इस रविवार समाजवादियों का देश से ये आहृान

अभी तक लाकडाउन के दौरान आपने पीएम मोदी के आहवान पर देशवासियों को कभी थाली बजाते तो कभी दीपक जलाते देखा था अब इसी से प्रेरणा लेकर समाजवादी पार्टी ने एक सार्थक पहल की है। थाली और दीप से भले ही गरीबों और मजलूमों का फायदा न हो पाया हो लेकिन सपा के इस अभियान से हो सकता है कि मजदूरों को ​कोई रोशनी की किरण मिल जाए।
दरअसल समाजवादी पार्टी ले आने वाले रविवार यानी 17 मई को मजदूर बचाओ देश बचाओ दिवस के रूप में मनाने का आहवान पूरे देश के समाजवादियों से किया है।

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने रविवार को ‘मजदूर बचाओ-देश बचाओ’ की गुहार लगाने का आह्वान किया है। इस दिन देश् भर के समाजवादी अपने अपने घरों में पूजा, प्रार्थना, नमाज आदि पढ़कर लॉकडाउन में सबसे अधिक प्रभावित गरीब और मजदूरों के लिए दुआ मांगेंगे। साथ ही सोशल मीडिया के जरिये केंद्र और राज्य सरकार से गुहार लगाएंगे कि वे धरातल पर भी रोज कमाने खाने वाले मजदूरों की जान बचाने की कोशिश करें।

नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने कहा कि अनियोजित लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में अपनी मेहनत के बल पर परिवार पाल रहे सभी मजदूर साथियों की स्थिति आज जानलेवा मोड़ पर है। तकरीबन हर रोज घर आने की कोशिश में मजदूर साथी दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। रोज कमाने खाने वाली देश की 30 फीसद आबादी भी इस वजह से बेहाल है। इन सभी साथियों के आंसुओं से अपने को जोड़ते हुए समाजवादी सोच के सभी लोग 17 मई को ‘मजदूर बचाओ-देश बचाओ’ की गुहार लगाएंगे।


उन्होंने बताया कि 17 मई का दिन इसलिए चुना गया क्योंकि 17 मई 1934 को पटना में कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी का गठन हुआ था। इस दिन आचार्य नरेंद्र देव, जयप्रकाश नारायण, डा. राममनोहर लोहिया आदि ने आजादी के साथ समाजवादी राज की स्थापना का संकल्प लिया था। इसलिए हम सभी 17 मई को अपने पुरखों के संकल्प के साथ खुद को संबद्ध करेंगे। साथ ही स्थापना समारोह की पूर्व संध्या 16 मई को अपने घरों में दीपदान भी करेंगे।

अब रविवार को देखना दिलचस्प होगा कि लोग इस अभियान से किस तरह जुडते हैं और इस अभियान के क्या नतीजे निकलकर सामने आते हैं।