अखिलेश यादव ने पीएम मोदी से पूछे ये सवाल


समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों और श्रमिकों को गुमराह करने के लिए घोषणाओं पर घोषणाएं कर रही है। इनका क्रियान्वयन कहीं
होता नहीं दिखाई देता है।

प्रधानमंत्री की आत्मनिर्भरता की बात में तनिक भी दम नहीं है। यह उनके पांच साल पहले के तमाम वादों की कड़ी भर है। मुख्यमंत्री भी कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री ने प्रदेश को बहुत कुछ दे दिया है। किसान और मजदूर ढूंढ़ रहे हैं कि उन्हें कहां और क्या दिया गया है।

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि भाजपा ने हाल में जो न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किए हैं, वह छलावा है। जब क्रय केंद्र नहीं है तो किसान अपनी उपज कहां बेचेंगे? सरकारी नीतियों में विसंगतियों के चलते भी किसान परेशान हैं। मक्का और ऑयल सीड की खरीद ज्यादातर मुर्गी पालन उद्योग में होती है।

जब पोल्ट्री उद्योग बंद है तो मक्का खरीद भी बंद हो गई। बोई फसल बर्बाद हो गई। जब प्रदेश की ही मंडियों में फसल नहीं बिक रही है तो किसान दूसरे प्रदेशों में बिना सरकारी मदद के कैसे जा पाएगा?

आर्थिक मंदी की वजह से उप्र की प्रसिद्ध एटलस साइकिल कंपनी में ‘उत्पादन बंदी’ की ख़बर बेहद चिंताजनक है. इससे हजारों मज़दूरों के सामने जीविका का संकट खड़ा हो गया है. बेरोज़गारी के इस दौर में ये गरीब अब कहाँ जाएंगे?