एक सशक्त और समर्थ विधायिका करती है लोकतंत्र की गरिमा की रक्षा-योगी आदित्यनाथ

 लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा के 11 सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। इस दौरान विधानसभा में सदस्यों के लिए विदाई समारोह का कार्यक्रम का आयोजन किया गया।समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।विदाई समारोह को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबोधित किया।

योगी आदित्यमाथ ने अपने संबोधन में कहा कि विधायिका के शक्तिशाली होने और उसे समर्थ बनाने में सबसे बड़ी भूमिका वहां पर आने वाले सदस्यों की है।सदस्यों के संवाद से इसको काफी ऊर्जा मिलती है।विधानसभा सदस्य अपने संवाद को सहज और सरलता से ससंद में अपनी बात को रखतें हैं,जो काफी मायने रखता है।योगी आदित्यनाथ ने अगर हमें लोकतंत्र की गरिमा को बनाए रखना है तो हमें विधयिका की गरिमा को बनाए रखना होगा। एक सशक्त और समर्थ विधायिका लोकतंत्र की जड़ों को शक्तिशाली बनाती है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कि उच्च सदन सदैव विधयिका के लिए एक निश्चित मापदंड तय कर रखे हैं,जिसके कारण हि उत्तर प्रदेश की विधान परिषद को पंडित मदन मोहन मालवीय,महादेवी वर्मा,प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री गोविंद बल्लभ पंत जैसी महान विभूतियों ने इसकी शोभा को बढ़ाया है।इसी सदन के माध्यम से उन्होने देश में उत्तर प्रदेश की विधान परिषद ,विधयिका और विधानमंडल की गरिमा को एक अलग ऊँचाई दी है।

आपके बता दें कि 11 विधान परिषदों का कार्यकाल 30 जनवरी खत्म हो रहा है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यमाथ की मौजूदगी में विदाई समारोह का कार्यक्रम विधानभवन के तिलक हॉल मे आयोजित हुआ। जिन विधान परिषदों का कार्यकाल 30 जनवरी से समाप्त हो रहा है उनमें से डॉ दिनेश शर्मा, लक्ष्मण आचार्य, स्वतंत्र देव समाजवादी पार्टी के अहमद हसन, राम जतन राजभर,आशू मलिक,वीरेंद्र और ङ्क्षसह बहुजन समाजवादी पार्टी के अशोक,धर्मवीर और प्रदीप कुमार जाटव शामिल थे।