ओबैसी से मोर्चा लेने के लिए सपा ने सांसद एसटी हसन को मैदान में उतारा !

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में इस बार विधानसभा चुनाव का मुकाबला बडा ही कशमकश भरा है। भाजपा की पूरी कोशिश है कि उसकी सीधी लडाई सपा से न होने पाए क्यों कि अगर मुकाबला आमने सामने का हुआ तो पश्चिम ब्ंगाल जैसा परिणाम सामने आ सकता है। इसीलिए भाजपा की पूरी फोर्स नई नई ताकतों को प्रदेश में जगह दिलाने में लगी है। चाहे बिहार की पार्टियों की यूपी में एंट्री हो या फिर बसपा की ओर से की जा रही जोर आजमाइश। इसी कडी में एक नाम है असदउददीन आबैसी का । जब से औबैसी की पार्टी यूपी आई है उसकी खूब चर्चा हो रही है।  
अब औबैसी की पार्टी को यूपी में मुसलमानों का वोट न मिले इसके लिए सपा की रणनीति भी सामने आ रही है। आजम खान जेल में है और इस वजह से पार्टी अन्य मुस्लिम चेहरों को पार्टी में प्रमोट कर रही है। एक ओर जहां महाराष्ट के नेता अबू आजमी पिछले एक महीने से यूपी में सक्रिय दिखाई दे रहे हैं वहीं अब मुरादाबाद से सांसद एसटी हसन सीधे सीधे ओबैसी से मुकाबला लेने को मैदान में कूद गए हैं।

सपा सांसद डॉ एस टी हसन ने कहा है कि यूपी का मुसलमान अपना अच्छा बुरा ख़ुद जानता है। यूपी में मुसलमानों को बड़े बड़े अनुभव हुए हैं। साम्प्रदायिक बातों से वोटों का सिर्फ धुर्विकरण होता है। ओवैसी से पहले मुस्लिम लीग चुनाव में आती थी, बड़ा चुनाव होता था, लेकिन आज यूपी में मुस्लिम लीग नहीं है, सिर्फ केरल में है।  ओवैसी भी यूपी में कोई सीट नहीं जीता पाएंगे। मुसलमान जानता है कि, उनकी नियत क्या है, ओवैसी जीतने के लिए यूपी नहीं आ रहे हैं । उनका मकसद मजह वोट काटने का है। उन्होंने कहा कि, अगर ओवैसी की नियत साफ़ है तो वह साम्प्रदायिक ताकतों को हराने वाले प्रत्याशी का समर्थन कर दें और कह दें की मुसलमानों साम्प्रदायिक ताकतों को हराने वाले प्रत्याशी को जीता दो।

औबैसी की पार्टी द्वारा अंसारी बंधुओं को पार्टी में आने का न्यौता दिए जाने पर उन्होंने कहा कि, मुझे नहीं लगता की ओवैसी बाहुबलियों के बल पर सीटें जीत सकते हैं। जनता सब समझती है। ओवैसी सिर्फ मुसलमानों को गुमराह करने और वोट कटवाने के लिए यूपी आये हैं। ओवैसी वोट बांटने के लिए अपने प्रत्याशी वहां लड़ायेंगे जहां मुस्लिम मतदाता अधिक हैं।

सपा सांसद ने कहा कि, यूपी में मुस्लिमो को जो कुछ भी मिला वह समाजवादी पार्टी ने दिया। वरना मुलायम सिंह यादव से पहले मुस्लमानों की इतनी हिम्मत नहीं थी की वह थानों की सीढ़ी चढ़ सके,जब मुलायम सिंह यादव ने पीएसी और फ़ोर्स में मुसलमानों की 10 प्रतिशत भर्ती कर दी तो मुसलमानों की हिम्मत हुई और वह अपने हक की बात करने के लिए थानों पर जाने लगे।


सपा सांसद ने आरोप लगाया कि, बहुत सी जगह ओवैसी ने मुस्लिमों को बांट कर साम्प्रदायिक ताकतों की सरकारें बनवा दी, फिर कैसे मैं मान लूं कि, वह मुसलमानों के सच्चे हितैषी हैं। हांलाकि सपा सांसद ने माना कि, ओवैसी के यूपी में आने से थोड़ा बहुत मुस्लिम वोट तो बंटेगा , लेकिन बहुत बड़ा नुकसान नहीं होगा और समाजवादी पार्टी यूपी की सत्ता में वापसी करने में सफल होगी।