लखनऊ :लंबे अरसे से जेल में बंद सपा नेता और रामपुर से बीजेपी सांसद आजम खान को अब राहत मिल सकती है और आजम खान को हो सकता है कि आने वाले हफ्ते में जमानत भी मिल जाए।चुनावी वक्त में सपा को पहले से ही आजम खान जैसे मजबूत नेता की जरूरत है और अब उनको लेकर आई राहत की खबर के संकेत से सपा ने भी राहत की सांस ली है। सपा नेताओं ने इस संकेत पर आजम खान को लेकर कहा कि हम स्वागत के लिए तैयार है लेकिन इसी बीच बीजेपी नेताओं ने कहा कि आजम खान बाहर आने का खाब छोड़ दें उनकी सारी जिंदगी जेल में ही कटने वाली है।
जबसे 2022 विधानसभा चुनाव का बिगुल बजा है तभी से सपा को आजम खान की कमी महसूस हो रही है। सपा को अपने मुस्लिम वोटबैंक के लिए आजम खान की जरूरत है और ऐसे में अब राहत का संकेत बहुत कुछ सपा के लिए आसान करने वाला है।बात करें आज जो सुनवाई हुई उसकी तो इलाहाबाद हाईकोर्ट में समाजवादी पार्टी के सांसद आजम ख़ान की जमानत अर्जी पर सुनवाई पूरी हो गई है। अदालत ने दोनों पक्षों की तमाम दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया है।
आजम खान के वकीलों और सरकारी वकील की दलीलें सुनने के बाद जस्टिस राहुल चतुर्वेदी की बेंच ने फैसला को सुरक्षित किया है। इस मामले में कोर्ट अगले सप्ताह अपना फैसला सुना सकती है,हालांकि भले ही सपाई आजम खान के स्वागत के लिए तैयारी की बात करें और सपा नेता उनसे 2022 में सियासी माइलेज लेने का सपना देंखे लेकिन अगर हकीकत देखी जाए तो फिर बीजेपी नेताओं का दावा सच सा दिखाई देता है क्योंकि सपा सांसद को जमानत अगर हाईकोर्ट इस मामले में दे भी देती है तो भी वो जेल से बाहर नहीं आ सकेंगे क्योंकि सीतापुर जेल में बंद आज़म खान कई अन्य मामलों में भी आरोपी हैं। इसको लेकर उनके लिए जेल से बाहर की दुनिया अभी आसान नहीं है।
उत्तर प्रदेश सरकार की सख्ती के बाद आजम खान पर कानूनी शिकंजा कसा है।सपा नेता और सांसद आजम पर आरोप है कि उन्होंने साल 2019 में शत्रु संपत्ति पर कब्जा रखा है। इस घटना को लेकर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। इसी मामले पर याची ने जमानत अर्जी दाखिल की थी। आजम खान के वकीलों ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया और कोर्ट में कहा कि उसे बेवजह राजनीतिक कारणों से फंसाया गया है जबकि सरकार की तरफ से कहा गया कि आजम ख़ान ने अवैध तरीके से शत्रु संपत्ति पर कब्जा किया है,यही नहीं शत्रु संपत्ति को कब्जा कर जौहर विश्विद्यालय के परिसर में नियम विरुद्ध तरीके से शामिल किया गया है। इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दोनों पक्षों को सुना दोनों की तरफ से रखे गए तर्कों सुनने के बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित कर लिया है। अदालत का फैसला अगले हफ्ते आने की उम्मीद है।
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार आने के बाद से ही सपा सांसद मोहम्मद आजम खान की मुश्किलें बढ़नी शुरू हो गई थीं।आजम खान के खिलाफ दर्जनों मुकदमे दर्ज हुए थे, जिसके बाद आजम खान को जेल जाना पड़ा था।आजम खान लंबे अरसे से जेल से बाहर आने का इंतजार कर रहे हैं यहां तक कि कोरोना काल में उनकी तबियत खराब होने पर उनको मानवीय आधार पर जमानत की मांग की गई थी लेकिन फिर भी किसी भी तरह की राहत आजम खान को नहीं मिल पाई थी। और अब एक बार फिर उनको जमानत तो मिल सकती है लेकिन जेल से बाहर आने के लिए आजम खान को अन्य मामलों में भी जमानत का इंतजार करना पड़ेगा।