लखनऊ : बारिश का इन्तजार करते हुए किसानो की आंखों में पत्थर पड़ गए। सावन तो आया पर बरसात लेकर नही आया। सामान्य वर्षा के सापेक्ष मे अब तक मात्र 40 प्रतिशत ही बरसात हुई है। बरसात न होने की वजह से उत्तर प्रदेश में सूखे जैसे हालात पैदा हो गए हैं।प्रदेश में अब तक जितनी बरसात हुई है वह धान की फसल के लिए प्रर्याप्त नही है।पिछले वर्ष की तुलना में 10 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में रोपाई नहीं हो सकी है।
मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश में मानसून के दस्तक देने की घोषणा 15 जून के आसपास ही तय कर दी थी। जून माह में 95 मिलीमीटर के सापेक्ष 43.2 मिलीमीटर वर्षा हुई तो प्रगतिशील किसानों ने रोपाई शुरू कर दी और सामान्य किसानों ने बेहन डाली। खरीफ के मौसम में अन्य फसलों की बोवाई भी शुरू हुई।
उत्तर प्रदेश में 50 प्रतिशत से कम बरसात होने पर केंद्र सरकार और प्रदेश की सरकार प्रदेश में सूखा पडने का आकलन कर रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में बर्षा न होने पर चिंता जाहिर की थी।निदेशक फसल बीमा व सांख्यिकी राजेश गुप्ता का कहना है कि वर्षा कम जरूर हुई है लेकिन, आगे अच्छी बरसात होने का अनुमान है। यूपी में 89 प्रतिशत सिंचित क्षेत्र है इसलिए सूखे की स्थिति अभी नहीं है।
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