मैदान पर हो रहीं थीं खून की उल्टियां लेकिन फिर भी युवराज सिंह ने शतक जड़कर दिला दी थी जीत!

दिल्ली: सिक्सर किंग के नाम से मशहूर पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह को कौन नहीं जानता…युवराज सिंह ने अपने दम पर कई ऐसे रिकॉर्ड कायम किए हैं जिनको तोड़ना नामूमकिन है…इन्ही रिकॉर्ड्स में एक है 2011 वर्ल्ड कप का एक खास रिकॉर्ड जो हमेशा याद किया जाता रहेगा…तेज धूम मेंटीम को जितवाने की जिम्मेदारी लेकर क्रीज पर युवराज सिंह खड़े थे…और बॉलर्स उनको आउट करने के पैतरे अपना रहे थे… कि अचानक युवी को खून की उल्टियां होने लगी…सबको लगा कि अब मैच हाथ से गया…खुद युवराज को लगा कि अब वो नहीं खेल पाएंगे लेकिन उन्होंने एन मौके पर कुछ ऐसा किया जो आज भी याद किया जाता है…

ये बात तो सब जानते है कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इण्डिया ने साल 2011 का वनडे वर्ल्डकप अपने नाम किया था. और इसमें कोई भी शक नहीं की ये सब महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी की बदौलत हो पाया…टीम इण्डिया ने साल 1983 के बाद 2011 में ये वनडे वर्ल्डकप महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में जीता था. और इसमें सिक्सर किंग युवराज सिंह को ‘प्लेयर ऑफ़ दा टूर्नामेंट’ चुना गया था. लेकिन जब 20 मार्च को तेज गर्मी में चेन्नई के MA चिंदम्बरम स्टेडियम में भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज के खिलाफ एक मुकाबला खेला तो उसमे अचानक से युवराज सिंह को खून की उल्टियाँ होने लगी थी.पहले तो उन्हें लगा शायद ये गर्मी की वजह से हुआ, लेकिन इस बात का बाद में पता चला की युवराज सिंह को ये उल्टियाँ गंभीर बिमारी कैंसर की वजह से हुई थी…

युवराज सिंह क्रीज पर जब उल्टियां कर रहे थे तो सबको लगा कि अब हम मैच हार जाएंगे..कोच ने युवराज को रेस्ट की सलाह दी लेकिन युवी ने हार नहीं मानी और खेलते रहने का फैसला किया…युवराज सिंह मैदान पर डटे रहे और शतकीय पारी खेल मैच को भारत की झोली में डाल दिया…युवराज सिंह की ये पारी उनके करियर की सबसे खास पारी मानी जाती है और उऩको अपने अहम योगदान के लिए आज भी सराहा जाता है…वो बात अळग है कि अब युवराज सिंह क्रिकेट से दूर है लेकिन आज भी उनका खेल, उनका स्टाइल और रिकॉर्डस को कोई मैच नहीं कर पाया है