अखिलेश के बेटे अर्जुन ने उठाई थी नेताजी के लिए सर्वोच्च सम्मान की मांग

नेताजी मुलायम सिंह यादव (Mulayam singh Yadav)के निधन के बाद से लेकर अब तक उनके लिए सर्वोच्च सम्मान की मांग उठती रही है कभी समर्थक तो कभी पार्टी आलाकमान ने इस मांग को बुलंद किया नेताजी के पोते अर्जुन यादव की बात करें तो वो अक्सर दादू की याद में पोस्ट करते हैं लेकिन इस बार अर्जुन यादव ने जहां नेताजी के सियासी योगदान को याद दिलाया तो वहीं नेताजी के लिए सर्वोच्च सम्मान की मांग को बुलंद किया था अर्जुन की आवाज में लाखों समर्थकों ने आवाज मिलाई थी और फिर नेताजी के लिए सर्वोच्च सम्मान की मांग की थी अर्जुन के अभियान का असर भी दिखा और बीजेपी ने नेताजी के नाम पर पद्म विभूषण का एलान भी किया)

जो मांग अर्जुन ने की थी वो पूरी नहीं हुई बताएंगे अर्जुन यादव की मांग क्या थी जो पूरी नहीं हुई लेकिन पहले आप बताएं कि क्या नेताजी के सियासी योगदान को देखते हुए भद्म विभूषण का एलान नाकाफी नहीं है आपकी राय क्या है हमें कमेंट करके जरूर बताएं अब बात करते हैं अर्जुन यादव की तो अखिलेश यादव के बेटे अर्जुन यादव ने सोशल मीडिया पर 15 जनवरी को नेताजी को भारत रत्न देने की मांग उठाई थी उनकी इस मांग का सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोगों ने समर्थन किया था इसके बाद लोगों का काफी समर्थन मिला था

जिस तरह से अर्जुन की आवाज में आवाज लोग मिला रहे थे और समर्थकों की संख्या बढ़ रही थी उम्मीद की जा रही थी कि नेताजी को भारत रत्न मिलेगा लेकिन केंद्र सरकार ने 25 जनवरी को मुलायम सिंह यादव के नाम से पदम विभूषण का ऐलान कर दिया जिसके बाद तो पूरे प्रदेश की सियासत में उबाल देखने को मिला पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ ही मैनपुरी की सांसद डिंपल यादव ने भी भारत रत्न न मिलने पर नाराजगी जताई ऐसे में अब सपा आने वाले नगर निकाय और लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी पर भारत रत्न के बहाने निशाना साध रही है

 अर्जुन यादव ने जब आवाज बुलंद की तो उनको गोंडवाना समाज ने अपना समर्थन दिया था और सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मुलायम सिंह यादव को भारत रत्न देने की मांग के साथ एक रैली का भी आयोजन किया था देश के सबसे बड़े सूबे के मुख्यमंत्री की तीन बार कुर्सी संभालने वाले मुलायम सिंह यादव 3 बार यूपी के सीएम बने और तमाम ऐसे फैसले लिए जो आज भी याद किए जाते हैं नेताजी चाहे केंद्र में काबिज रहें हो या फिर यूपी की सियासत में रहे हमेशा आवाम के लिए समर्पित रहे और हमेशा सत्ताधारियों की ईंट से ईंट बजाने का काम किया