स्मृति ईरानी के कार्यक्रम में पहुंची सपा विधायक महाराजी प्रजापति तस्वीर हुई वायरल तो उठने लगे सवाल

याद करिए वो दौर जब सीएम दरबार में महाराजी प्रजापति पति गायत्री प्रजापति की रिहाई की गुहार लगाने पहुंची थी जब सुनवाई नहीं हुई तो सियासी तौर पर चोट करने की कमस खाई थी और सपा के टिकट पर चुनाव लड़कर महाराजी विधायक बनी लेकिन अब वही महाराजी प्रजापति जब स्मृति इरानी के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंची और तस्वीर वायरल हुई तो फिर हंगामा खड़ा हो गया सिर्फ महाराजी ही नहीं उनके बेटे भी इस कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे और जब वायरल तस्वीर पर लोगों ने सवाल दागा तो सफाई स्मृति ईरानी ने पेश की तो लोगों का भ्रम हकीकत में तब्दील होता दिखा बताएंगे कि स्मृति ने महाराजी को लेकर क्या कहा और क्यों महाराजी इस कार्यक्रम में पहुंची थी लेकिन पहले आप बताएं कि क्या बीजेपी सपा के साथ कोई खेल करने वाली है आपकी राय क्या है हमें कमेंट करके जरूर बताएं अब बात करते हैं

 स्मृति इरानी के साथ वायरल हो रही सपा विधायक महाराजी प्रजापति की तस्वीर की तो केंद्रीय मंत्री और सांसद स्मृति ईरानी एक दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी पहुंची थी जहां वो अपने नवनिर्मित आवास पर आयोजित खिचड़ी भोज में शामिल हुईं कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी के पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की पत्नी और मौजूदा विधायक महराजी प्रजापति ने भी शिरकत की इसके साथ ही जनसत्ता के एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह ने भी कार्यक्रम में शिरकतत करने पहुंचे थे

 सांसद स्मृति ईरानी से अमेठी से सपा विधायक और गायत्री प्रजापति की पत्नी महाराजी प्रजापति ने भी मुलाकात की इस दौरान गायत्री प्रजापति की छोटी बेटी और बेटा अनुराग प्रजापति भी मौजूद रहे जिसकी तस्वीर जब सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो सवाल दागा जाने लगा कि क्या महाराजी सपा को छोड़ बीजेपी में जाने के लिए तैयार है साथ ही सवाल किया गया कि क्या बीजेपी में जाकर गायत्री प्रजापति को छुड़वाने की तैयारी कर रही है

महाराजी प्रजापति हालांकि वायरल तस्वीर पर स्मृति ईरानी ने कहा कि ये कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं था ये एक व्यक्तिगत कार्यक्रम था जिसमें मैंने अमेठी के सभी वरिष्ठ लोगों को आमंत्रित किया था इसीलिए महाराजी प्रजापति को मैंने दावतनामा भेजा था और वो कार्यक्रम में शामिल करने आई थी वहीं मामले पर महाराजी प्रजापति ने कहा कि वो निमंत्रण मिलने पर खिचड़ी भोज कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आई थी इसके अलावा कोई और मकसद नहीं था जो भी दावे किए जा रहे हैं वो सच्चाई से बहुत दूर हैं आपको बता दें कि 2017 में उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद महाराजी के पति गायत्री प्रजापति पर शिकंजा कसा था और उनको जेल जाना पड़ा था बीजेपी पर अक्सर गायत्री प्रजापति पर की गई कार्रवाई को सियासी खुन्नस बताया जाता है योगी दरबार में खुद पति की रिहाई के लिए महाराजी रोते हुए बेटियों के साथ फरियाद लेकर पहुंची थी लेकिन सुनवाई नहीं हुई थी

 अब स्मृति के कार्यक्रम में जाने की वजह से वो आलोचनाओं को शिकार हो रही हैं आपको बता दें कि गायत्री प्रजापति पर नाबालिक के साथ गैंगरेप करने का आरोप है पीड़ित की मां ने नशा देकर उसको बेहोश करने और बेटी के साथ गलत काम करने का आरोप लगाया था जिसके बाद उनके ऊपर शिकंजा कसना शुरू हुआ था