यूपी का जामताड़ा बना कानपुर, साइबर ठगों ने सरकारी दावों की खोली पोल, पुलिस की नाक में दम लेकिन नहीं निकल रहा सॉल्यूशन !

झारखंड का जामताडा़ तो आपको याद ही होगा अगर नहीं याद है तो फिर जरा सावधान हो जाइए क्योंकि अधूरी जानकारी आपका बैंक खाता साफ कर सकती है प्रदेश की सरकार एक तरफ दावा करती रही कि योगी राज में अपराधी यूपी से फरार हो गए हैं या परलोक सिधार गए हैं लेकिन दूसरी तरफ सरकारी तंत्र में सेंध लगाकर शातिरों ने सरकारी दावे की पोल खोल दी और 54 करोड़ रुपये की ठगी कर डाली जब सरकारी तंत्र को इसकी भनक लगी तो पैरो तले जमीन खिसक गई अब कानपुर की पुलिस अपराधियों पर नकेल कसने के लिए हांथ पांव मार रही है और दूसरी तरफ हंगामा बरपा हुआ है

 कानपुर यूपी का जामताड़ा बनता जा रहा है ठगों ने एक ऐसा जाल तैयार किया जिसे भेदने में सरकार के पसीने छूट रहे हैं और अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस अब प्लानिंग और प्लॉटिंग का काम कर रही है बताएंगे कि पुलिस की अपराधियों पर नकेल कसने की प्लानिंग क्या है और बताएंगे कि कैसे ठगी को अंजाम दिया गया लेकिन पहले आप बताएं कि क्या उत्तर प्रदेश की सरकार अपने ही किए वादों में फेल हो रही है क्या अपराध ने अब तक उत्तर प्रदेश का दामन नहीं छोड़ा है

 आपकी राय क्या है हमें कमेंट करके जरूर बताएं अब बात करते हैं कानपुर से सामने आए सबसे बड़े ठगी के मामले की तो झारखंड के जामताड़ा के बाद अब यूपी के कानपुर का चकेरी क्षेत्र भी साइबर क्राइम को लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है यहां एक मिनी जामताड़ा तैयार हो चुका है जिसे जड़ से खत्म करने के लिए कानपुर पुलिस ने खास रणनीति बनाई है साइबर ठगों की वजह से झारखंड का जामताड़ा पिछले कुछ सालों से सुर्खियों में छाया हुआ है यहां के ठगों के ऊपर एक वेब सीरीज भी बनाई जा चुकी है वहीं अब जामताड़ा के बाद यूपी के कानपुर का चकेरी क्षेत्र भी साइबर क्राइम को लेकर कानपुर पुलिस की नई परेशानी बना हुआ है

जिसे खत्म करने के लिए अब हर स्तर पर कोशिश की जा रही है कानपुर में पनप रहे नए जामताड़ा की पुष्टि इस बात से होती है कि, बीते कुछ सालों में चकेरी के कई युवक एटीएम लूट और उससे छेड़छाड़ के मामले में पकड़े जा चुके हैं पुलिस ने इस गिरोह को जड़ से खत्म करने के लिए हैकरों के 150 जमानतदारों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने की तैयारी की है कमिश्नरेट पुलिस की स्पेशल सेल ने इन सभी की जानकारी जुटा ली है पुलिस का मानना है कि ये सभी जमानतदार भी गैंग का हिस्सा हैं कानपुर में बीते 1 साल के अंदर 54 करोड़ रुपये की ठगी के मामलें सामने आ चुके हैं, जिनमें कार्रवाई करते हुए करीब 304 मामलों की रकम होल्ड की जा चुकी है इन घटनाओं को देखते हुए पुलिस ने कानूनी दांवपेच से साइबर हैकर्स को घेरने की तैयारी शुरू कर दी है इसी कड़ी में हैकर्स के जमानतदारों का ब्योरा जुटाया है पुलिस की ओर से की गई छानबीन में सामने आया है

यहां के हैकर्स के नेटवर्क में कानून के जानकार और जमानतदार भी शमिल हैं मामले के सामने आने के बाद से पुलिस आरोपियों पर नकेल कसने की पूरी कोशिस कर रही है लेकिन दूसरी तरफ सियासत भी हावी दिक रही है ठगी के इस खुलासे के बाद विरोधी दलों ने सरकार को निशाने पर लिया है और विरोधियों का कहना है कि सरकारी दावे फेल साबित हो रहे हैं और आवाम की गाड़ी कमाई को ठग लूट रहे हैं ये बताता है कि उत्तर प्रदेश में राम राज नहीं जंगलराज चल रहा है और सरकार बोलने के लिए तैयार नहीं है क्योंकि सरकार के पास अब कोई दलील बची ही नहीं है