अखिलेश यादव का बड़ा एक्शन, पार्टी दफ्तर के बाहर खुद ही चलवा दिया बुलडोजर !

अब तक तो पीला पंजा सरकार के आदेश पर गरजता था और अब तक विरोधी दलों के संस्थानों पर सरकारी आदेश पर बुलडोजर चलता था लेकिन लखनऊ में उस वक्त सनसनी देखने को मिली जब सपा दफ्तर के सामने अखिलेश यादव के आदेश पर पीला पंजा चलता दिखा अखिलेश यादव ने पहले एक फरमान जारी किया और फिर उसी पर संज्ञान लेते हुए खुद ही बुलडोजर चलाने का आदेश दे दिया अखिलेश के इस एक्शन से सपाई सकते में दिखे तो वहीं सियासी जानकारी ने इस कदम को लेकर कहा कि ये पहले होना चाहिए था अखिलेश यादव के बदले सियासी रुख पर बात करेंगे लेकिन पहले आप बताएं कि उत्तर प्रदेश की सियासत में जारी बुलडोजर नीति क्या सरकार का सही फैसला है या फिर इसके आफ्टर शॉक भी देखने को मिलगें

आपकी राय क्या है हमें कमेंट करके बताएं अब बात करते हैं सपा दफ्तर के सामने चले बुलडोजर की तो पूर्व सीएम अखिलेश यादव अब विवाद बयानबाजी और धार्मिक मुद्दों पर अपने नेताओं के खिलाफ सख्त नजर आ रहे हैं इसका असर बीते दिनों पार्टी द्वारा जारी किए गए लेटर में भी दिखा उससे पहले दो नेताओं को पार्टी से निकाल कर उन्होंने स्पष्ट संदेश दे दिया जिसका असर अब दिखने लगा है

दरअसल, रामचरितमानस विवाद के बाद लखनऊ समेत कई जगहों पर सपा दफ्तर के बाहर ‘रामचरितमानस’ और ‘शूद्र’ वाले पोस्टर लगे थे लेकिन इसके बाद शिवपाल सिंह यादव और रामगोपाल यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान से खुद को अलग कर लिया जिसके बाद इसका असर अखिलेश यादव ने सख्त संदेश दिया अब इसका असर साफ तौर पर दिखने लगा है जब रामचरितमानस पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने विवाद बयान दिया, उसके बाद लखनऊ स्थित सपा कार्यालय के बाहर उनके समर्थन में पोस्टर लगाए गए फिर अखिलेश यादव ने ‘शूद्र’ वाला बयान दिया, इसके बाद फिर सपा कार्यालय के बाहर फिर से ‘शूद्र’ वाले पोस्टर लगाए गए तब कई नेताओं ने अपने पोस्टर लगाए और नाम के आगे ‘शूद्र’ लगा दिया लेकिन अब बीते दिनों में अखिलेश यादव ने इन विवादों पर सख्त रूख दिखाया है

उन्होंने पहले दो नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्त दिखा दिया इसके बाद एक पत्र जारी कर कार्याकर्ताओं और नेताओं के चेतावनी दी उन्होंने सभी को धार्मिक मुद्दों पर बयानबाजी नहीं करने और इससे दूर रहने के लिए कहा था अब इसका असर लखनऊ के सपा दफ्तर के बाहर दिखने लगा है दफ्तर के बाहर से सभी नेताओं ने अपना पोस्टर हटा लिया है माना जा रहा है कि अखिलेश यादव के सख्त रुख को नेताओं के लिए नसीहत के तौर पर है बता दें कि इस विवाद को लेकर सपा को विरोधी दल घेरने में लगे हुए हैं जिसके बाद सपा ने वो पत्र जारी किया था अब अखिलेश यादव ने सपा दफ्तर के सामने लगे सारे पोस्टर्स को हटाने का आदेश जारी किया और उनको हटवा भी दिया है अखिलेश यादव का साफ संकेत हैं कि जिस आग की लपटे अपने ही आशियाने को चपेट में ले उसे वक्त रहते बुझा देना ही बेहतर है