यूपी के युवा ही नहीं बुजुर्ग भी किसी से कम नहीं, 65 साल के चंद्रभान के टैलेंट को देखकर आप रह जाएंगे हैरान !

यूपी के छोरे और छोरियों का कमाल तो आपने देखा ही होगा लेकिन आज आपको उत्तर प्रदेश के एक ऐसे बुजुर्ग से आपको मिलवाएंगे जिसका कमाल देखकर आप दंग रह जाएंगे उनकी फिटनेस देखकर खली जैसे रेसलर कन्नी काट लेते हैं और जब वो दौड़ते हैं तो फिर आपको मिल्खा सिंह की याद जाएगी रफ्तार भरने का मौका हो या दांवपेंच लगाने की बारी 65 साल के चंद्रभान सिंह का कोई सानी नहीं है लेकिन संसाधनों की कमी के कारण चंद्रभान का टैलेंट धूमिल हो रहा है

दरअसल 65 साल के चंद्रभान सिंह एक धावक है और जब वो सड़क पर दौड़ते हैं तो फिर लोग उनकी रफ्तार को देखकर ही पानी मांगने लगते हैं लेकिन चंद्रभान सिंह को कोई फर्क नहीं पड़ता बताएंगे कि चंद्रभान सिंह कहां के रहने वाले हैं और उनके पास क्या क्या टैलेंट हैं लेकिन पहले आप बताएं कि क्या उत्तर प्रदेश की सरकरा को बुजुर्ग एथलीट्स का ध्यान रखने के लिए काम नहीं करना चाहिए क्या अपनी पोलिसीज में बदलाव नहीं करना चाहिए आपकी राय क्या है हमें कमेंट करके जरूर बताएं अब बात करते हैं चंद्रभान सिंह की तो बलिया के रहने वाले 65 साल के चंद्रभान सिंह फिटनेस के मामले में युवाओं से कम नहीं है 65 साल की उम्र में आमतौर पर लोग लाठियों का सहारा लेने के लिए मजबूर हो जाते हैं‌ लेकिन चंद्रभान सिंह फिटनेस में युवाओं के लिए प्रेरणा और रोल मॉडल हैं

कथरिया गांव के रहने वाले 65 साल के चंद्रभान सिंह 45 किलोमीटर तक दौड़ लगाते हैं कई जगहों पर उन्होंने गोल्ड मेडल हासिल किया है चंद्रभान सिंह का कहना है कि वो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी एथलीट के तौर पर अपनी पहचान बना सकते हैं लेकिन पेशे से किसान चंद्रभान के लिए विदेशों में होने वाले आयोजनों में शिरकत करना मुश्किल है व्यवस्थाओं से नाराज़ चन्द्रभान सिंह ने जिलाधिकारी बलिया को पत्र देखकर मांग उठाई है कि उन्हें आर्थिक मदद दी जाए ताकि वो अन्तर्राष्ट्रीय आयोजनों में भाग ले सकें चन्द्रभान सिंह बताते हैं कि बचपन से ही फिटनेस को लेकर वो काफी संजीदा रहे, लेकिन सरकार की नीतियां सिर्फ युवाओं के लिए है, बुजुर्गों के लिए नहीं लिहाजा शारीरिक योग्यता होने के बावजूद भी वो राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय दौड़ में भाग नहीं ले पाते हैं

वे 100, 200, 400 मीटर दौड़ के साथ ही मैराथन दौड़ में भी माहिर हैं मेरी फिटनेस का राज योगा से जुड़ा हुआ है जिसके जरिये वे खुद को तंदुरुस्त रखते हैं और वो युवाओं को भी प्रोत्साहित करते रहते हैं चंद्रभान सिंह की माने तो उन्होंने कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया है और जीत हासिल की है साथ ही उनको कई मेडल भी मिले हैं लेकिन अब तक सरकारी मदद न मिलने की वजह से उनको वो सफलता नहीं मिली जो हरियाणा और पंजाब के बुजुर्ग एथलीट्स को मिली है