अखिलेश के विधायक की बीजेपी की मंत्री से खास मुलाकात और उसके बाद के बयान ने मचा दिया सियासी गदर !

कांग्रेस गढ़ के नाम से मशहूर अमेठी में अखिलेश यादव ने एंट्री क्या ली कि अब किसी को जमीन खिसकती दिख रही है तो किसी को कुर्सी जाने का डर है अखिलेश यादव अमेठी में हल्ला बोल की तैयारी कर ही रहे थे कि इसी बीच उनके विधायक और बीजेपी सांसद स्मृति ईरानी की मुलाकात ने हंगामा काट दिया है खुद स्मृति ईरानी सपा विधायक के घर मिलने पहुंची थी उसके बाद दोनों में काफी देर तक बात भी हुई और जब मुलाकात खत्म हुई तो फिर विधायक ने जो बयान दिया उसने हंगामा बरपा दिया विधायक ने जो कहा उसकी उम्मीद तो खुद अखिलेश यादव को भी नहीं थी और बयान ने सपा आलाकमान को भी अंदर से हिला दिया बताएंगे किस विधायक से स्मृति ईरानी ने मुलाकात की और सपा विधायक ने क्या बयान दिया है लेकिन पहले आप बताएं कि क्या अखिलेश की अमेठी में एंट्री से स्मृति को हार का डर सता रहा है और क्या वाकई सपा विधायक कुछ बड़ा करने वाले हैं आपकी राय क्या है हमें कमेंट करके जरूर बताएं अब बात करते हैं

दरअसल अखिलेश यादव ने बीते दिनों अमेठी से ये दावा किया था कि अमेठी में हारा हुआ सांसद भी वीआईपी है और जीता हुआ सांसद भी वीआईपी है  उसके बावजूद अमेठी में ये तस्वीर देने को मिल रही है इसके बाद से ही तमाम तरह की राजनीतिक अटकलें लगाई जा रही हैं एक तरफ जहां सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ सपा के विधायक राकेश प्रताप सिंह की केंद्रीय मंत्री और अमेठी सांसद स्मृति ईरानी के साथ हुई मेल मुलाकात से कई सवाल खड़े हो रहे हैं शनिवार की देर शाम अमेठी सांसद स्मृति ईरानी समाजवादी पार्टी के गौरीगंज से विधायक राकेश प्रताप सिंह के घर पहुंची जहां बीते दिनों सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह के भतीजे का विवाह हुआ था

 इस दौरान स्मृति ईरानी ने नव युगल जोड़े को आशीर्वाद दिया और के साथ पूरे परिवार से मुलाकात की  इस मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं कोई विधायक के पाला बदल का दावा कर रहा है तो कोई स्मृति ईरानी पर सवाल उठा रहा है लेकिन विधायक ने जो कहा उसने तो सारा खेल ही साफ कर दिया अमेठी सांसद स्मृति ईरानी के घर आने पर विधायक राकेश प्रताप सिंह ने कहा कि मेरे परिवार में शादी हुई थी हमारे क्षेत्र की सांसद ने हमारे घर आकर नव युगल जोड़े को आशीर्वाद दिया है ये परंपरा है

 इसे राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिए हर चीज को दलीय भावना से नहीं जोड़ा जाना चाहिए मैं भी बीजेपी और दूसरे अन्य दलों के नेताओं के यहां जाता हूं और उनके  कार्यक्रमों में शामिल होता हूं यही नहीं उन्होंने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी पर भी निशाना साधा और कहा कि अभी उन्हें आये सिंर्फ चंद दिन ही हुए हैं उन्हें नहीं पता है कि वो राहुल गांधी के साथ किस हद तक खड़े रहे हैं हालांकि विधायक ने इसे सियासी मुलाकात नहीं बताया और खुद को सपा का सिपाही बताया है लेकिन हकीकत देखी जाए तो स्थितियां कुछ और बयान करती हैं और लोगों का दावा कुछ और है ये तो राम जाने या फिर सांसद और विधायक की दोनों के बीच क्या बात हुई