यूपी में पकड़ा गया फर्जी विधायक, अधिकारियों से लेकर पब्लिक तक करती थी सलाम लेकिन आज खुल गई सच्‍चाई

क्‍या आप इस बात पर यकीन करेंगे कि कोई व्‍यक्ति बिना चुनाव लड़े खुद को विधायक घोषित कर दे और आम जनता के साथ साथ अधिकारियों से भी विधायक के तौर पर बात करे और हडकाए लेकिन ऐसा हुआ है वो भी अपने यूपी में ही बंदायू के विल्‍सी से फर्जी विधायक का जब भांडा फोड हुआ तो ऐसे ऐसे सच सामने आए कि हर कोई दंग रह गया। पुलिस भी इस फर्जीबाडे के केस को समझते समझते घनचक्‍कर बनी नजर आ रही है और इस फर्जी विधायक से पूछताछ करते पूरा सच जानने की कोशिश कर रही है ।

आइए आपको इस पूरे मामले की पूरी डिटेल बताते हैं

बुलंदशहर की डिबाई पुलिस ने ऐसे ब्लफ मास्टर को गिरफ्तार किया है जो खुद को विधायक बताता था। प्रदेश के बड़े अधिकारियों को फोन मिलाकर उनपर रौब दिखाता था।आरोपी बाकायदा खुद को बदायूं के बिल्सी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा का विधायक बताते हुए अधिकारियों को फोन मिलाता था। उन पर उसके द्वारा बताए गए कार्यों के लिए दवाब बनाता था।

आरोपी पर बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने का भी आरोप है। पकडे गए फर्जी विधायक का नाम संजय ओझा है और ये पिछले दिनों पकड़े गए सीआरपीएफ के फर्जी डिप्टी कमांडेंट भूपेंद्र सिंह का साथी है। आरोपी जहांगीराबाद का रहने वाला बताया जा रहा है। आरोपी इतना शातिर है के उसने न केवल आम जनता को चूना लगाया वल्कि अपने ही एक साथी से भी लाखों रूपए ठग लिए । सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी विधायक का साथी बेरोजगारों से ठगी करता था। पिछले दिनों वो पुलिस के हत्‍थे चढ गया। जेल में निरूद्ध फर्जी कमांडेंट को जेल से बाहर लाने के लिए भी इस फर्जी विधायक ने 15 लाख रुपये हड़प लिए ।

डिबाई सीओ भास्कर मिश्रा ने दावा किया है कि पकड़ा गया आरोपी संजय ओझा ने कहां- कहां ठगी की है, कॉल डिटेल के आधार पर इसकी भी जांच की जा रही है। जबकि पुलिस अब आरोपी को सलाखों के पीछे भेज चुकी है।माना जा रहा है कि उसने फर्जी विधायक बनकर नौकरी के नाम पर या लोगों के काम कराने के नाम पर लाखो रूपयों की ठगी की होगी ।