बेटे के साथ मिलकर बीजेपी विधायक ने खेला रिश्वत का खेल !

पूरे देश में विपक्षी दलों के नेताओं पर एक्शन का दौर चल रहा है और ताजा मामला राहुल गांधी का है ऐसा कोई विरोधी दल नहीं जिसके खिलाफ बीजेपी एक्शन न ले रही हो लेकिन जब अपना ही विधायक और उसका बेटा रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार हुआ तो फिर आलाकमान मौन हो गया और ज्यादा सवाल पूछने पर ठीक वही जवाब दिया जो विपक्षी नेता एक्शन के बाद बोलते हैं कि उनके खिलाफ साजिश हो रही है लेकिन अब विरोधी दलों ने हमले तेज कर दिए हैं और बीजेपी आलाकमान से पूछा जा रहा है कि ईडी कब एक्शन लेगी, सीबीआई कब सुनवाई करेगी और बुलडोजर कब विधायक के बंगले पर गरजेगा सवालों के बीच हर कोई ये भी जानना चाहता है कि आखिर बीजेपी विधायक है कौन जिसने अपनी ही पार्टी के संस्कारों और मोदी शाह के निर्देशों को पलीता लगाने का काम किया है !

दरअसल जिस विधायक की हम बात कर रहे हैं उन्होंने सोचा था कि खुद सामने न आकर बेटे के जरिए रिश्वत लेकर कमाई करेंगे तो उनकी कुर्सी और पॉवर दोनों बची रहेगी और बेटे को तो छुड़वा ही लेंगे अगर एक्शन हुआ तो लेकिन विधायक का प्लान धरा का धरा रह गया  विधायक का नाम है मदल विरुपक्षप्पा जिनको रिश्वत मामले में तुमकुरु में क्याथासंद्रा टोल प्लाजा के पास से गिरफ्तार किया गया है उनके घर से रिश्वत के सात करोड़ रुपये बरामद हुए थे और कर्नाटक उच्च न्यायालय ने उनकी जमानत अर्जी खारिज कर दी थी बता दें कि बीजेपी विधायक मदल विरुपक्षप्पा के बेटे प्रशांत मदल को लोकायुक्त अधिकारियों ने एक ठेकेदार से 40 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए दो मार्च को रंगे हाथ पकड़ा था कहा जा रहा है कि विधायक के बेटे प्रशांत मदल केएसडीएल कार्यालय में अपने पिता की तरफ से रिश्वत की रकम ले रहे थे और लोकायुक्त अधिकारियों ने छापेमारी के दौरान उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार किया था इसके बाद विरुपक्षप्पा के आवास पर छापेमारी की गई जहां से 7 करोड़ से अधिक की नकदी मिली थी जिसे जब्त कर लिया गया था बेटे की गिरफ्तारी के बाद विरुपक्षप्पा ने केएसडीएल के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था  !

 विरुपक्षप्पा के बेटे प्रशांत मदल बेंगलुरु जल आपूर्ति एवं सीवरेज बोर्ड के मुख्य लेखा अधिकारी हैं मामले की जांच कर रही लोकायुक्त पुलिस ने कहा था कि ये रिश्वत कर्नाटक साबुन और डिटर्जेंट लिमिटेड को कच्चे माल की आपूर्ति के लिए एक टेंडर हासिल करने के लिए ली गई थी विधायक विरुक्षप्पा ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि उन्हें विपक्षी पार्टियों की तरफ से फंसाया जा रहा है उन्होंने ये भी दावा किया कि उनका बेटा भी निर्दोष था उन्होंने दावा किया कि किसी ने उनके बेटे के कार्यालय में साजिश के तहत पैसा भेजा था लेकिन जांच एजेंसियों का दावा है कि विधायक महोदय झूठ बोल रहे हैं तो वहीं बीजेपी के विरोधी नेताओं का कहना है कि क्या जो दलील विधायक दे रहे हैं इसपर भरोसा किया जा सकता है शायद नहीं क्योंकि बीजेपी का ही कहना है जब करतूत उजागर होती है तो साजिश का दावा किया जाता है और विरोधी दलों के नेताओं की इस दलील को बीजेपी सिरे से खारिज कर देती है तो फिर विधायक की इस दलील को कैसे स्वीकार किया जा सकता है हालांकि मामले में अब तक बीजेपी आलाकमान मौन है और विरोधी दल अब बीजेपी को घेर रहे हैं