समाजवाद पर उंगली उठाने वालों जरा दिल थाम लीजिए, असली समाजवाद क्या है !

अक्सर नेताजी के समाजवाद को लेकर सवाल दागा जाता है कोई कठघरे में खड़ा करता है तो कोई तारीफ भी करता है लेकिन असली समाजवाद क्या है उसे समझना है तो फिर इस खबर के अंत तक हमारे साथ रहिए पता चल जाएगा कि नेताजी क्या थे उनका योगदान क्या था और उनका समाजवाद कैसा था इस कहानी का अहम किरदार है सैफई के पूर्व प्रधान स्व. दर्शन सिंह वो दर्शन सिंह जो नेताजी के सबसे करीबियों में शामिल थे जब तक वो जिंदा थे सैफई की प्रधानी उनके पास थी और समाजवाद को वो हमेशा प्राथमिकता देते रहे अब दर्शन सिंह नहीं है तो उनकी पुत्रवधू ने ये मोर्चा संभाल लिया है और समाजवाद की जो ज्वाला प्रज्वलित की थी वो उसकी रौशनी को संजो रही है नाम है !

 इनका मीना यादव मीना की माने तो समाज को आगे बढ़ाना है तो समाजवाद का सबसे मजबूत पहलू है शिक्षा और शिक्षा के बिना इंसान अपहाजि होता है ऐसे में मीना अपने ससुर दर्शन सिंह के नाम से एक संस्था चलाती है जिसका नाम है दर्शन सिंह केयर फाउंडेशन इस संस्था का काम ही यही है कि गरीब तबके के बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था करना और बेहतर से बेहतर शिक्षा के लिए उनको शिक्षण सामग्री मुहैया करवाना तो संस्था की सर्वेसर्वा मीना शिक्षा का अलख जगा ही रही है लेकिन अलग अलग मौके पर वो बच्चों को शिक्षा से जुड़ी जरूरत की चीजें मुहैया करवाती रहती है जैसा कि बीते अंबेडकर जंयती के मौके पर भी उन्होंने किया बच्चों को जहां इस मौके पर नोटबुक और पैन जैसा सामान दिया गया तो वहीं और भी जरूरत के सामान की लिस्ट बनाकर तैयार की गई ताकि जल्द ही उसको भी मुहैया करवाया जा सकें मीना यादव की देखरेख में संस्था के माध्यम से गरीब और असहाय बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान की जाती है, संस्था में लगभग 100 बच्चे निशुल्क शिक्षा हासिल कर रहे हैं और आगे भी ये संख्या बढ़ती जाएगी !

 इस संस्था की खास बात ये है कि 80% मुस्लिम बच्चे तालीम का तोहफा ले रहे हैं डां. अंबेडकर की जयंती के मौके पर जहां बच्चों को पढ़ाई का सामान दिया गया तो वहीं उनकी जरूरत की कई सारी चीजे भी उपलब्ध करवाई गईं ताकि किसी भी तरह से बच्चों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े किसी को चप्पल तो किसी को किताबे किसी को कपड़े तो किसी को बैग उपलब्ध करवाया गया ताकि जिसकी जो जरूरत हो वो पूरी हो और अपनी पढ़ाई को निर्वाध आगे जारी रखे मीना यादव का प्रयास रंग ला रहा है और बच्चों के खिले चेहरे देखकर खुद मीना का चेहरा खिल जाता है संस्था आगे भी समाजवाद को आगे बढ़ाने का कार्य जारी रखेगी !