निकाय चुनाव के मतदान का वक्त जैसे जैसे आगे बढ़ रहा है वैसे वैसे हंगामा और हलचल भी बढ़ती जा रही है एक तरफ सपा है तो दूसरी तरफ बीजेपी लेकिन बीच में कुछ ऐसे भी लोग है जो सपा के होते थे लेकिन अवसरवादी हुए और अब चुनौतियों का कारण बन रहे हैं ऐसे में सपा विधायक आशु मलिक ने सपा की उस वेवफा लैला को छेड़ दिया जो अब बागी हो गई है वैसे तो पूरे उत्तर प्रदेश में सियासी पारा चढ़ा हुआ है लेकिन सहारनपुर में गदर मचा हुआ है और गदर ऐसा कि आवाम भी हैरान है कि विरोध और कटाक्ष का ये कैसा तरीका है !
दरअसल पहले सहारनपुर की सियासी पिच पर लाला की एंट्री हुई और लाला के बाद लैला भी आ गई तो लाला और लैला वाली सियासत में ऐसा तड़का लगा है कि अब सवालों पर सवाल उठ रहे हैं और सवालों के जवाब देने वाले नूरा कुश्ती में लगे हैं और जिस लैला की चर्चा हो रही है वो सपा की साइकिल से उतर बीएसपी के हाथी पर सवार है दरअसस सहारनपुर निकाय चुनाव में मतभेद की राजनीति सपा और बसपा में दिखाई दे रही है दोनों ही पार्टी के प्रत्याशी चुप्पी साधे बैठे हैं, मैदान में कहीं नजर भी नहीं आ रहे हैं लेकिन दोनों ही पार्टी के प्रत्याशियों के करीबी अपने लोगों को जिताने की बात कर रहे है सपा ने मेयर प्रत्याशी देहात से विधायक आशु मलिक के भाई नूर हसन मलिक को बनाया है बीएसपी ने इमरान मसूद की भाभी उर्फ समधन खदीजा मसूद को मैदान में उतारा है !
सपा प्रत्याशी नूर हसन मलिक जनता के बीच पहुंच तो रहे हैं वहीं, बीएसपी प्रत्याशी खदीजा मसूद पर्दे में है वो किसी भी प्रचार में दिखाई नहीं दे रही है उनका राजनीतिक परिवार ही चुनाव मैदान में डटा है ऐसे में काजी-मलिक परिवार के लोग ही जुबानी जंग लड़ने में लगे हुए है निकाय चुनाव के नामांकन से लेकर प्रचार तक इमरान मसूद एक ही बात बोलते आ रहे हैं आशु भाई तो सीधे और शरीफ आदमी है लालाजी ने उन्हें फंसा दिया अब वो बौखलाहट में कुछ भी बोलते रहते हैं
खदीजा मसूद का नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद नामांकन पत्र की जांच हुई जिसमें नाम को लेकर रार हो गई जिस पर इमरान मसूद ने सपा से पूर्व विधायक संजय गर्ग को निशाना साधा उन्होंने यहां तक कह डाला, लालाजी लड़ना है तो सामने से लड़ों पीछे से क्यों वार करते हो हालांकि नाम को लेकर समस्या समाप्त हो गई लेकिन इमरान के मन में कुछ पुरानी और अब कुछ नई बातें घर गई इमरान मसूद द्वारा बार-बार ‘लालाजी’ कहना गवारा नहीं हुआ एक जनसभा में सपा विधायक आशु मलिक का गुस्सा फूट पड़ा उन्होंने इमरान मसूद को ‘लैला’ कह डाला उन्होंने, ‘लालाजी तो ईमानदार है और वफादार भी वो एक ही पार्टी में है लेकिन लैला यानि इमरान मसूद तुम तो बेवफा भी हो और आवारा भी जो सभी पार्टी में उछल कूद करते रहते हो वहीं, मंच से सपा से पूर्व विधायक संजय गर्ग ने कहा, ‘मैंने राजनीति के गुर स्व.काजी रशीद मसूद से सीखे हैं !
मैं आप लोगों यानी OBC, एससी और अल्पसंख्यक की हमेशा आवाज बना हूं लेकिन उन्हीं के परिवार के कुछ लोग राजनीति के गुर रशीद मसूद साहब से सीख नहीं सके क्योंकि वो कभी भी इस तरह की राजनीति नहीं करते थे नाम लिए बगैर बोले, जिस पार्टी में वो शामिल हुए है वो पार्टी बीजेपी की बी टीम है जो भाजपा के लिए काम करती है कटाक्ष और आरोप के दौर के बीच आशु मलिक और इमरान मसूद एक दूसरे के सामने है और एक दूसरे को जमकर कोस रहे हैं ऐसे में अब देखना ये है कि सपा के आशु या फिर बीएसपी के मसूद जीत की इबारत लिखते हैं या फिर लैला और लाला की जंग में बाजी कोई तीसरा मार ले जाएगा क्योंकि मैदान में इनके अलावा और भी है !