इंडिया को मिल गया एक और नीरज चोपड़ा, फेंकता है ऐसा भाला कि सामने वालों के हौसले हो जाते हैं पस्त !

जेवलिन थ्रो यानि भाला फेंक की सनसनी और पदकवीर नीरज चोपड़ा को तो सब जानते ही है लेकिन अब नीरज चोपड़ा के साथ साथ एक नाम ऐसा है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तहलका मचा रहा है यूपी के इस यादव छोरे ने ऐसा गदर काटा है कि इसकी रफ्तार और जेवलिन फेकने के स्टाइल ने नीरज चोपड़ा को भी चौंका दिया है नाम है इनका रोहित यादव और रोहित की रफ्तार का कहर जब मैदान पर दिखता है तो विरोधी घबरा जाते हैं और मैदान में उनके छक्के छूट जाते हैं वैसे तो प्रादेशिक और राष्ट्रीय स्तर पर तमाम गोल्ड मेडल्स पर रोहित ने कब्जा किया है लेकिन अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इनकी प्रतिभा का डंका बज रहा है रोहित यादव जिस भी प्रतियोगिता में हिस्सा लेते हैं वो कमाल कर ही देते हैं अब उन्होंने ऐसा झंडा गाड़ा है कि हर किसी की जुबान पर उन्ही का नाम है आपको बता दें !

नीरज चोपड़ा के साथ भी रोहित यादव ने अपना जलवा बिखेरा है और मेडल पर कब्जा किया है जैवलिन थ्रो की प्रतियोगिता में कुल 34 एथलीट्स ने भाग लिया था मुकाबले में ग्रेनेडियन, जर्मनी, फिनलैंड इजिप्ट, पाकिस्तान, यूएसए, जापान और भारत के खिलाड़ियों ने भाग लिया था भारत की तरफ से नीरज चोपड़ा और रोहित यादव ने फाइनल के लिए क्वालीफाई किया और नीरज चोपड़ा ने क्वालीफाई करने के लिए 88.39 मीटर तो वहीं रोहित यादव ने 80.42 मीटर जैवलिन थ्रो किया था अमेरिका में वर्ल्ड एथलेटिक चैंपियनशिप में रोहित ने नीरज के साथ पार्टिसिपेट किया था जैवलिन थ्रो के फाइनल मुकाबले में टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा और रोहित यादव ने क्वालीफाई किया था भारतीय दर्शक अपने खिलाड़ियों से पदक की उम्मीद लगाए हुए थे फाइनल में नीरज चोपड़ा को सिल्वर मेडल मिला था तो वहीं रोहित यादव पदक से टूक गए थे और 10वें स्थान से संतोष करना पड़ा था रोहित ने पहले राउंड में 77.96 मीटर, दूसरे में 78.05 और तीसरे में 78.72 मीटर दूर थ्रो किया था !

रोहित यादव ने जैवलिन खेल की शुरुआत 2014-15 में की थी 21 साल के रोहित ने खेल को जुनून बना लेने के बाद कभी पीछे मुड़कर वापस नहीं देखा तब से लगातार आगे बढ़ रहे हैं अब सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि रोहित यादव ने एशियन चैंपियनशिप के लिए उन्होंने क्वालिफाई किया है तब से वो सुर्खियों का हिस्सा है हर कोई रोहित को बधाई दे रहा है तो परिवार के लोग भी बेटे की इस उपलब्धि पर इतरा रहा है और रोहित से गोल्ड मेडल की उम्मीद कर रहा है रोहित भी अपनी तैयारी में लगे हैं और तैयारियों को पूरा करने के लिए वो जमकर पसीना बहा रहे हैं ताकि वो अपने परिवार, समाज, देश और चाहने वालों की उम्मीदों पर खरा उतर सके और तिरंगे का मान बढ़ा सके !