वो कहानी जब बॉलीवुड के बादशाह की ड्रेस पर डायरेक्टर ने लगा दी थी पाबंदी !

जिसे आज किंग खान कहा जाता है जिसको बादशाह बताया जाता है जो रोमांस का किंग है जिसके एक सिग्नेचर स्टेप पर लड़किया आज भी मर मिटती है एक वक्त था वो शाहरुख खान डायरेक्टर के इशारों पर नाचते थे एक फिल्म डायरेक्टर ने तो शाहरुख खान की ड्रैस पर ही बैन लगा दिया और जब ये बैन लगा तो शाहरुख भी हैरान रह गए थे शाहरुख को भी नहीं पता था कि उनकी ड्रेस और ड्रेसिंग सेंस से डायरेक्टर को क्या दिक्कत है डायरेक्टर ने ये राज बताने से तो इनकार कर दिया लेकिन बाद में इसी बैन ने शाहरुख खान को रातो रात स्टार बना दिया था और ऐसा स्टारडम दिया कि बी टाउन के कई स्टार भी सन्न रह गए थे !

दरअसल बात 1997 की है 1997 में ही रिलीज हुई थी फिल्म परदेस जिसके डायरेक्टर सुभाश घई ने ही शाहरुख खान के ड्रेसिंग सेंस पर पाबंदी लगाई थी शाहरुख खान स्टारर ‘परदेस’ ने बॉक्स ऑफिस पर सफलता के झंडे गाड़ दिए थे इस फिल्म में शाहरूख खान और महिमा चौधरी की केमिस्ट्री को काफी पसंद किया गया था फिल्म की कहानी, किरदार और गानों ने भी लोगों का दिल जीत लिया था…इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छी कामयाबी भी हासिल की थी लेकिन सुभाष घई ने इस फिल्म में काम करने के लिए शाहरुख को एक ऐसी सलाह दी थी जो शायद ही किसी फिल्म में किसी हीरो को दी गई हो सुभाष घई जब फिल्म “परदेस” के लिए काम कर रहे थे तो उन्होंने इस फिल्म के हर किरदार के लिए काफी मेहनत की थी वो इस फिल्म को पूरी तरह अपने विजन के हिसाब से बनाना चाहते थे…यही वजह थी कि महिमा चौधरी के किरदार के लिए भी उन्होंने कम से कम 3000 लड़कियों का ऑडिशन लिया था शाहरुख के किरदार के लिए भी उन्होंने काफी कुछ सोचा था !

वो इस फिल्म में शाहरुख को किसी सुपरस्टार की तरह नहीं पेश करना चाहते थे बल्कि उन्होंने तो शाहरुख के अर्जुन वाले किरदार के लिए कुछ अलग ही सोच कर रखा था शाहरुख ने भी सुभाष घई की बातों पर अम्ल किया और अपने किरदार से इतिहास रच डाला सुभाष घई ने अपने एक इंटरव्यू में इस फिल्म का जिक्र करते हुए बताया था कि जब उन्होंने अर्जुन के किरदार के लिए शाहरुख को बुलाया, तो उनको बस एक ही बता कही कि फिल्म में उन्हें शाहरुख बनकर नहीं उतरना है अपनी बाकी फिल्मों की तरह इस फिल्म में शाहरुख को अपना रोमांस दिखाना नहीं बल्कि छिपाकर रखना है और अंत तक अपने भीतर छिपाकर रखना है बल्कि अपने किरदार में पूरी तरह ढलने के लिए जीन्स के बजाए ट्राउजर्स पहनने की सलाह भी सुभाष घई ने ही दी थी सुभाष घई की ये सलाह शाहरुख खान के करियर के लिए वरदान साबित हुई फिल्म सुपरहिट हुई सुभाष घई इस फिल्म में गंगा के किरदार के लिए पहले महिमा चौधरी को नहीं बल्कि माधुरी दीक्षित को लेना चाहता थे माधुरी ने स्क्रिप्ट सुनी थी और उन्हें कहानी पसन्द आई थी लेकिन तब तक माधुरी दीक्षित स्टारडम हासिल कर चुकी थीं, जबकि गंगा का किरदार एक छोटे गांव की लड़की का था, जो अपने अपनी मासूमियत में, हवाई जहाज को देख विदेश जाने के सपने बुनने लगती है उन्हें लगा कि गंगा के किरदार के लिए कोई नई एक्ट्रेस होनी चाहिए, जिसकी मासूमियत लोगों का दिल जीत ले इसके बाद एक बार जब वो महिमा चौधरी से बात कर रहे थे तो उन्होंने महिमा को जोरों से हंसते देखा तो वो समझ गए कि यही गंगा के किरदार के लिए सही च्वाइस है !

किंग खान को परदेस में पर्दे पर दिखाने के लिए उनकी शाहरुख वाली इमेज को न दिखाने के लिए सुभाष घई ने ये फैसला लिया था और ये फैसला इतना सही साबित हुआ कि शाहरुख का लुक, उनकी डायलॉग डिलिवरी और उनका स्टाइल लोगों को भा गया और शाहरुख को ऐसा स्टारडम मिला कि फिर उन्होंने पीछे मुडकर नहीं देखा !