सच हो गई नेताजी मुलायम सिंह यादव की वो भविष्यवाणी जो कम्प्यूटर को लेकर की थी !

नेताजी मुलायम सिंह यादव भले ही हमारे बीच न रहे हो लेकिन उनके द्वारा कहा गया एक एक शब्द हर रोज हकीकत बन रहा है नेताजी ने जब भी किसी मुद्दे पर आवाज बुलंद की तो वो हकीकत साबित हुई और ऐसा ही हुआ है कम्प्यूटर के साथ राजीव गांधी जब प्रधानमंत्री थे तब कम्प्यूटर क्रांति शुरू हुई थी तब नेताजी मुलायम सिंह यादव ने लोकसभा में खड़े होकर मामले पर अपना जो डर जाहिर किया था वो अब हकीकत साबित हो रहा है  नेताजी मुलायम सिंह यादव ने तब कम्प्यूटर को लेकर एक बड़ी भविष्यवाणी की थीवो अब सच्चाई बन रही है ऐसे में लोग अब नेताजी को याद कर रहे  हैं और उनकी दूरदर्शिता की तारीफ कर रहे हैं

दरअसल देश में राजीव गांधी के वक्त में कंप्यूटर आया था उस दौर में समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह ने कंप्यूटर और उसकी शिक्षा का विरोध किया था उनका कहना था कि कंप्यूटर लोगों की नौकरियां खा जाएगा हालांकि उस वक्त लोगों ने मुलायम की भविष्यवाणी को पॉलिटिकल स्टंट मानकर खारिज कर दिया था हालांकि आज के दौर में जब ChatGPT के आने से नौकरियों के जाने का खतरा बढ़ गया है, तो अब लोगों को मुलायम सिंह की भविष्यवाणी याद कर रहे हैं…रॉयटर्स की लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक ChatGPT एक प्रोफेशन राइटर बनकर उभरा है…ChatGPT ने लॉन्च के करीब 2 माह में 200 से ज्यादा किताबें लिख डाली हैं

इन सभी किताबों को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Amazon BookStore पर बिक्री के लिए उपलब्ध करा दिया गया है…ऐसे में लेखकों की रोजी रोटी छिनने का खतरा बढ़ गया है इतना ही नहीं, ChatGPT जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल फिल्म बनाने से लेकर, होम वर्क करने समेत हर तरह के कामकाज कर रहे हैं…ऐसे में लोगों को नौकरी जाने का डर सता रहा है…ये उस वक्त में है, जब ChatGPT को लॉन्च हुए मात्र 2 माह हुए हैं…एक्सपर्ट की मानें, तो जब ChatGPT टूल पूरी तरह से काम करने लगेंगे, तो शायद लोगों की नौकरियां न जाएं, लेकिन इतना जरूर है कि नौकरियों के मौके कम हो जाएंगे

ये भारत जैसे देशों के लिए खतरनाक होगा, जहां सबसे ज्यादा युवा आबादी है, जो नौकरियों की तलाश में है ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के रिसर्च फेलो Toby Ord ने ChatGPT इनबिल्ड चैटबॉट को हैक करने की बात कही, तो Chatbot ने जवाब दिया कि वो उसकी पर्सनल जानकारी को लीक कर देगा इससे उसकी नौकरी पाने की संभावना कम हो जाएगी हालांकि ये एक मजाकिया बातचीत थी वहीं नेताजी के उस डर के हकीकत बनने का अब दावा किया जा रहा है और अब लोग नेताजी के भाषण को याद कर रहेm और उन्हे एक दूरदर्शी नेता बता रहे हैं