मुख्तार अंसारी की वो ख्वाहिश जो रह गई अधूरी !

एक बार फिर सियासी फजाएं हों या फिर यूपी की आम आवो हवा मुख्तार अंसारी को लेकर तेज हैं और हर तरफ अंसारी, अंसारी और अंसारी की कहानी सुनाई दे रही है वैसे तो उपचुनाव और निकाय चुनाव का दौर जारी है लेकिन फिर भी सबसे ज्यादा चर्चा अंसारी की हो रही है और अंसारी का ये अंसारी का वो अंसारी का फलाना और अंसारी का डिकाना बताया जा रहा है इसी बीच अंसारी की वो आखिरी ख्वाहिश भी सामने आ गई जो वो पूरी करना चाहता था लेकिन नहीं कर पाया और कानूनी हंटर ऐसा चला कि अंसारी सिर्फ सुर्खियों तक सीमित रह गया !

दरअसल मुख्तार अंसारी के पास लग्जरी गाड़ियों का एक बड़ा काफिला था और काफिले में ऐसी ऐसी गाड़ियां जो शायद ही आपने अब तक देखीं हों अंसारी की गाड़ियां एक ही रंग की और एक ही नंबर की होती थी जो जब सड़कों पर निकलती थी तो लोग साइड में हो जाते थे और अक्सर उसका काफिला गाजीपुर में दिख ही जाता था माफिया मुख्तार अंसारी की गाड़ियों के काफिले में कई लग्जरी गाड़ियां शामिल थी जिसमें फोर्ड एंडेवर, पजेरो स्पोर्ट्स, ऑडी, बीएमडब्ल्यू समेत कई ब्रांड्स शामिल थे लेकिन गाड़ियों के शौकीन मुख्तार की एक ख्वाहिश अधूरी रह गई 2005 से जेल में निरुद्ध मुख्तार अंसारी का अपनी गाड़ियों के बेड़े में लग्जरी गाड़ी हमर को शामिल करना चाहता था मुख्तार की सभी गाड़ियों का नंबर एक ही होता था  !

वो था 786 इस्लाम में 786 का खास महत्व है माना जाता है कि ये अंक अरबी भाषा के बिस्मिल्लाह ए रहमान ए रहीम को दर्शाता है अर्थात अल्लाह के नाम पर जो दयालु है ऐसा माना जाता है कि मुख्तार अंसारी किसी भी गाड़ी को खरीदने के बाद उसके रजिस्ट्रेशन नंबर को 786 रखता था बताया ये भी जाता है कि इस नंबर के पीछे उसकी इस हद तक दीवानगी थी कि अपने रसूख का इस्तेमाल कर वो उस सीरीज में भी 786 पंजीकरण संख्या अपने लिए एलॉट करा लेता था जो कभी आरटीओ ऑफिस में आम लोगों के लिए खोला ही नही गया हो अंसारी के बेड़े में ज्यादातर फोर बाई फोर व्हील ड्राइव वाली गाड़ियां ही रहती थी मुख्तार के बेड़े में टाटा सफारी, फोर्ड एंडेवर, पजेरो स्पोर्ट्स, ऑडी,बीएमडब्ल्यू और मारुति जिप्सी सरीखी गाड़ियां तो शामिल ही थी जिसे उसके, साथ ही साथ उसके परिजन भी इस्तेमाल करते थे मुख्तार की पत्नी अफशां अंसारी के पास ऑडी, मर्सिडीज़ और बीएमडब्ल्यू जैसी गाड़ियां थी जबकि उसके बेटे अब्बास और उमर टोयोटा फॉर्च्यूनर, फोर्ड एंडेवर बीएमडब्ल्यू और एमजी हेक्टर जैसी गाड़ियों का इस्तेमाल करते थे !

मुख्तार अंसारी के सालों के पास भी बीएमडब्ल्यू गाड़ी थी वहीं मुख्तार के बड़े भाई अफजाल अंसारी पजेरो स्पोर्ट फोर्ड इकोस्पोर्ट जैसी गाड़ियों का इस्तेमाल करते थे लेकिन इन सबके बीच मुख्तार अपनी गाड़ियों के बेड़े में एसयूवी हमर को भी शामिल करना चाहता था और ये ख्वाहिश अधूरी रह गई क्योंकि जबतक मुख्तार ऐसा कर पाता उसके ऊपर कानूनी शिकंजा कसा जाने लगा और कानून का हंटर ऐसा चला कि ख्वाहिश सिर्फ ख्वाहिश ही रह गई और मुख्तार उसको पूरा करने का सिर्फ सपना ही देखता रह गया मुख्तार का चर्चा अब पूरे देश में एक बार फिर सुर्खियों में है और माफिया की कमर तोड़ने का काम सरकार की तरफ से किया जा रहा है !