योगी के मंत्री के बिगड़े बोल कहा-थूक कर चाटते हैं अखिलेश !


लखनऊ : उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता उर्फ नंदी ने मंगलवार को वाराणसी में विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को बच्चा बता दिया। भाषाई मर्यादा लांघते हुए नंदी ने कहा कि अखिलेश यादव थूक कर चाटने वाला काम करते हैं। उन्होंने प्रियंका गांधी वाड्रा के लिए कहा कि जो मुंह में चांदी का चम्मच लेकर पैदा होता है वो आमजन की भलाई के लिए कभी कोई काम नहीं कर सकता है।

नंदी ने कहा कि अखिलेश यादव पिता की बनाई गद्दी पर आसीन हुए। उन्होंने खुद से कुछ भी नहीं बनाया और उनके अंदर अभी भी बचपना है। पूर्व में सभी ने देखा है कि कैसे वो मीटिंग में वीडियो गेम खेलते दिखते थे। उन पर टोटी चोरी करने तक के आरोप लगे। तो ऐसे इंसान के बारे में क्या कहा जाए।

उन्होंने तो कोरोना की वैक्सीन को भी भाजपा का बता दिया था। वो तो धन्य हैं मुलायम सिंह यादव जिन्होंने खुद भी वैक्सीन लगवाई और दूसरों को भी प्रेरित किया कि सभी लोग लगवाएं। फेसबुक और ट्विटर तक सीमित रहने वाले घर-परिवार का भी न हो सकने वाले अखिलेश जैसे इंसान के बारे में कुछ भी कहना व्यर्थ है।


कैबिनेट मंत्री नंदी ने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस तीनों अपने वजूद की लड़ाई लड़ रही हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद उनकी वजूद की लड़ाई भी खत्म हो जाएगी।
प्रियंका गांधी वाड्रा की बैठकों पर उन्होंने कहा कि यह सभी शानदार एकांत में रहने वाले लोग हैं। यह सब चुनाव नजदीक देख कर नाटक करते हैं। इसलिए देश और प्रदेश की जनता ने इन लोगों को नकार दिया है। इन सबके बारे में कुछ कहना ही व्यर्थ है। ये वो नेता हैं जो मुंह में चांदी का चम्मच लेकर पैदा होता है वो आमजन की भलाई के लिए कभी कोई काम नहीं कर सकता है।


कोरोना काल में सरकार द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि अमेरिका जैसे देश लड़खड़ा गए थे। हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हमने विकट परिस्थितियों का सामना किया। अब मुश्किल हालात से हमारा प्रदेश और देश उबर रहा है। विपक्ष का तो काम ही आरोप लगाना है। बीजेपी का नारा ही सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास है। यह नारा ही नहीं हमारा उद्देश्य भी है जिसे लेकर हम चल रहे हैं।

नंदी ने कहा कि खुद सीएम योगी कोरोना ग्रसित हुए और तब भी वह अधिकारियों के संपर्क में रहकर हर कार्य पर नजर रखे हुए थे। जैसे ही वह ठीक हुए खुद धरातल पर उतर कर व्यवस्थाओं का जायजा लेने लगे। हम प्रार्थना करते हैं कि भविष्य में ऐसी कोई आपदा न आए और अगर आती भी है तो हम हर चुनौती से लड़ने के लिए तैयार हैं।