जर्मनी में मुलाकात, हिंदुस्‍तान में 7 फेरे! यूपी के पंडित जी की दुल्‍हन बनी जर्मन लड़की तो सामने आया ये वीडियो

बस्ती के ऋषभ शुक्ला और रूस की शेवता अब एक हो गए हैं। 1 साल के रिलेशनशिप के बाद दोनों ने 27 फरवरी को शादी कर ली। ये शादी भारत में हिंदू रीति रिवाजों के साथ हुई है। दोनों के परिवार भी अपने बच्चों की खुशी में शामिल हुए। ऋषभ और शेवता के दोस्त भी इस शादी में शामिल होने भारत आए। बस्ती के रेलवे स्टेशन रोड स्थित एक मैरेज हाल में दोनों ने एक दूसरे के गले में वरमाला डाला। 7 फेरे लिए और एक दूजे के हो गए। इस शादी में दुल्हन बनी शेवता राना काफी खुश नजर आई। उन्होंने अपने परिवार और दोस्तों के संग शादी में ठुमके भी लगाए।

मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं भारत की बहू बनूंगी। मेरे लिए ये एक सपने जैसा है। भारत आने का मन हमेशा से था, लेकिन अपनी शादी में यहां आऊंगी ये नहीं सोचा था। शादी में आकर बहुत मजा आया। यहां की शादी बिल्कुल फेस्टिवल जैसी लगती है। मेरी नौकरी साल 2019 में जर्मनी की एक कंपनी में साफ्टवेयर इंजीनियर की पोस्ट पर लग गई। जब वो जर्मनी गए तो उनको वहां पर अच्छा नहीं लगता था। उनको अपना घर और देश दोनों ही याद आते थे। वहां का कल्चर, खाना-पीना, रहन-सहन कुछ भी पसंद नहीं आता था। कुछ भी करने से पहले दस बार सोचना पड़ता था। इसी बीच उनकी मुलाकात शेवता से हो गई।

करीब 1 साल तक हम लोग साथ रहे। उसके बाद हमने ये बात अपने परिवारों को बताने का फैसला लिया। पहले शेवता ने अपने परिवार को ये बात बताई। उसके पापा नहीं हैं बस मां हैं। मैं उसकी मां से मिल चुका था। अपनी बेटी की बात सुनते ही शेवता की मां इस बात के लिए राजी हो गईं।

मेरे घर के लिए ये बात बहुत बड़ी थी। सभी को ये लग रहा था कि फिर मैं इंडिया वापस नहीं आऊंगा। वहीं पर रहने लगूंगा और अगर मैं वापस आना चाहूंगा भी तो शेवता नहीं आएगी। ऐसे में ये शादी कैसे चलेगी लेकिन मैंने अपने घरवालों को काफी समझाया।

ऋषभ के पिता लालजी शुक्ला ने शादी को लेकर कहा, उन्होंने कभी नहीं सोचा था उनकी पहली बहू दूसरे देश की होगी। वो अपने बेटे की पसंद से बहुत खुश हैं। वो आगे कहते हैं, मेरी बहू बाहर की है लेकिन उसके संस्कार बहुत अच्छे हैं। वो सारी रस्मों को वैसे ही निभा रही थी जैसे कोई इंडिया की लड़की करेगी