ब्राहमण समाज के लिए सपा ने बनाई खास रणनीति,हर ब्लाक पर होगा खास आयोजन!

लखनऊ :  उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए अब तमाम दल वोटबैंक को साधने की राजनीति कर रहे हैं और जो वर्ग सत्ता पक्ष से नाराज हैं उन्हे अपने पाले में लाने का पूरा प्लान तैयार कर लिया गया है बात की जाए समाजवादी पार्टी की तो अब पंडितों को पार्टी में लाने के लिए सपा ने प्लानिंग तेज कर दी है और बीजेपी से नाराज बीजेपी के कोर वोटबैंक को सपा के खाते में जोड़ने के लिए अभी से प्लानिंग को अमली जामा पहनाया जा रहा है।

अखिलेश यादव ने ब्राह्मणों को साथ लाने के लिए जहां पार्टी के कार्यकर्ताओं से जनसंपर्क को तेज करने के निर्देश दिए हैं। वहीं अब हर ब्लॉक स्तर पर पार्टी एक विशेष आयोजन भी करने की तैयारी में है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अब पंडितों को पटाने के लिए मैदान में सक्रिय होने वाले हैं और उसके प्रबंल संकेत भी लगातार मिल रहे हैं।

दरअसल उत्तर प्रदेश में बेहद चुनौतीपूर्ण नजर आ रहे अगले विधानसभा चुनाव में हर राजनीतिक दल जातीय गणित के मजबूत समीकरण के साथ उतरना चाहता है। दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यकों को रिझाने के तमाम जतन के बीच प्रबुद्ध जन की बात कर सभी पार्टियां खास तौर पर ब्राह्मणों को अपनी ओर खींचने के प्रयास में हैं।

बहुजन समाज पार्टी 75 जिलों में सम्मेलन कर चुकी है। मंगलवार को उसका अभियान समाप्त भी हो गया। पहले भी ऐसे कुछ कार्यक्रम कर चुकी समाजवादी पार्टी ने चार बड़े सम्मेलन समेत हर ब्लाक में प्रबुद्ध गोष्ठी आयोजित करने की रूपरेखा बनाई है। समाजवादी प्रबुद्ध सभा प्रदेश कार्यकारिणी और जिला-महानगर अध्यक्षों की बैठक प्रदेश मुख्यालय में हुई। बैठक की अध्यक्षता प्रबुद्ध सभा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री डॉ. मनोज कुमार पांडेय ने की, जबकि मुख्य अतिथि पार्टी प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल थे यहां तय हुआ कि ब्लाक स्तर पर प्रबुद्ध गोष्ठियां आयोजित की जाएंगी। यह अभियान पंद्रह दिन तक चलेगा। इसके अलावा जिस बुंदेलखंड में बीजेपी ने पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में दूसरे दलों का लगभग सफाया कर दिया। वहां भी सपा प्रबुद्ध या कहें कि ब्राह्मणों के सहारे पैर जमाना चाहती है। यही वजह है कि वहां बड़े सम्मेलन की रूपरेखा बनाई है।

12 सितंबर को औरैया, 17 को फतेहपुर, 18 को चित्रकूट और 19 सितंबर को बांदा में प्रबुद्ध सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नरेश उत्तम पटेल ने मनोज पांडेय की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश का प्रबुद्ध समाज इनकी ओर देख रहा है। सपा ने इस वर्ग को सम्मानजनक राजनीतिक भागीदारी दी है। वहीं, मनोज पांडेय ने कहा कि पिछले बीस सालों में प्रदेश की सरकार बनाने में इस समाज की अहम भूमिका रही है। अब महसूस किया है कि प्रदेश का विकास अखिलेश यादव के हाथों से ही संभव है।

प्रबुद्ध वर्ग को पार्टी से जोड़ने का प्रयास लगातार चल रहा है।अब सपा का ये प्लान कितना कारगर साबित होगा और कैसे सपा इसको असल में तब्दील करेगी वो देखना दिलचस्प है फिलहाल तो लगातार पार्टी की तरफ से तैयारियों का दौर चल रहा है और कार्यकर्ता पंडितो को पटाने के लिए सक्रिय तौर पर सम्मेलनों की तैयारी में लगे हैं।