सपा में शामिल होने को तैयार बाहुबली मुख्तार अंसारी!


लखनऊ : मऊ से विधायक माफिया मुख्तार अंसारी का बहुजन समाज पार्टी से टिकट कटने के बाद अब मुख्तार अंसारी और उनके सांसद भाई अफजाल अंसारी का सपा में जाना लगभग फाइनल हो गया है। अंसारी परिवार के करीबी घोसी से सांसद अतुल राय को भी अब बसपा में खतरा है। माना जा रहा है कि पार्टी से बाहर होने से पहले अंसारी परिवार के साथ ही अतुल राय भी समाजवादी पार्टी का दामन थाम सकते हैं।

अंसारी परिवार के सबसे बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी ने पिछले दिनों समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया था। अब बसपा से टिकट काटे जाने के बाद बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी और गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी भी अपने भाई के साथ आ सकते हैं।

सूत्रों की मानें तो उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले मुख्तार अंसारी और उनका परिवार भी समाजवादी पार्टी का दामन थाम सकता है। मऊ के अंसारी बंधुओं में सबसे बड़े सिबगतुल्लाह अंसारी ने चंद रोज पहले ही अखिलेश यादव की मौजूदगी में समाजवादी पार्टी ज्वादन की थी। बसपा सुप्रीमो मायावती ने पिछले दिनों ही मुख्तार अंसारी से किनारा करने का संकेत दे दिया था। मुख्तार अंसारी के साथ ही अब बसपा से सांसद उनके भाई अफजाल अंसारी की भी छुट्टी तय मानी जा रही है।

बसपा से टिकट कटने के बाद मुख्तार अंसारी की विधानसभा सदस्यता रद करने की मांग भी तेज हुई है। माफिया विरोधी मंच ने पिछले दिनों विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित से मुख्तार की सदस्यता रद करने की मांग की थी। मंच के अध्यक्ष सुधीर सिंह की ओर से विधानसभा अध्यक्ष को सौंपे गए पत्र में बताया गया था कि मुख्तार अंसारी वर्ष 2005 से विभिन्न संगीन आरोपों में जेल में निरुद्ध है। ऐसे में मुख्तार का विधानसभा से वेतन व भत्ता लिया जाना असंवैधानिक है। मुख्तार ने 16 वर्षों में विधानसभा सदस्य के रूप में वेतन व अन्य भत्तों का 6.24 करोड़ रुपये का भुगतान लिया है, जिसकी ब्याज समेत वसूली की जानी चाहिए।

अब इस बाहुबली नेता के सपा के साथ आने से राजनीति मे क्या कुछ नया होगा और विरोधी किस तरह अखिलेश को घेरते हुए नजर आएंगे ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।