तोते के इलाज में डॉक्‍टर ने की लापरवाही तो एफआईआर कराने पहुंच गया यूपी का ये शख्‍स !

आपने अब तक आदमी के मरने पर और लापरवाही होने पर थाने में तहरीर देने के मामले देखें होंगे लेकिन एक तोते के मरने पर भी केस दर्ज हो सकता है ऐसा नहीं देखा होगा आज यूपी का एक ऐसा मामला हम आपके सामने लेकर आए हैं जिसे देखने के बाद आप भी दंग रह जाएंगे दरअसल पशु पक्षियों से प्यार करने वाले तो आपने लाखों देखें होंगे लेकिन यूपी के इस शख्स जितना प्यार अपने पालतू तोते से कोई नहीं कर सकता तोते की तबियत बिगड़ी तो फिर डॉक्टर के पास गया और जब डॉक्टर ने इलाज में लापरवाही की तो फिर पीड़ित पुलिस के पास पहुंच गया हाथ में तोते का शव और आंखों में आसू लिए जब पीड़ित थाने पहंचा तो पुलिस भी परेशान थी कि किस धारा में केस दर्ज किया जाए पुलिस धारा खोज रही थी और पीड़ित तोते के पोस्टमार्टम की जिद पर अड़ा था और उसके बाद जो हुआ उसने तो हर किसी को चौंका दिया  बताएंगे कि पूरा मामला क्या है लेकिन पहले आप बताएं कि क्या पशु पक्षियों की मौत होने पर केस दर्ज करने का प्रावधान होना जरूर है आपकी राय क्या है हमें कमेंट करके जरूर बताएं

अब बात करते हैं असल मुद्दे की तो अक्सर आपने डॉक्टरों की लापरवाही के चलते किसी की मौत हो जाने की खबर तो पढ़ी या सुनी होगी लेकिन, कभी आपने गलत इलाज के कारण किसी पशु या पक्षी की मौत की खबर सुनी है नहीं ना लेकिन, आज हम आपको एक ऐसी ही खबर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे जी हां ये अजीबोगरीब मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से सामने आया है यहां एक वेटरनरी डॉक्टर पर गलत इलाज करने का आरोप लगा है तोते का मालिक उसका शव लेकर थाने पहुंचा और पोस्टमॉर्टम करने की अपील की हालांकि, पुलिस ने तोते का पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार कर दिया

इसके बाद तोते के मालिक ने थाने में लिखित तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने उसे टरका दिया तो वहीं, जब ये मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस तुरंत सक्रिय हो गई मामले की जांच पड़ताल कर कार्रवाई का आश्वासन दिया ये मामला कानपुर जिले किदवईनगर थाना क्षेत्र के जूही डिपो का है मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जूही डिपो निवासी शमशाद अहमद 12 मार्च को अपने तोते को दिखाने के लिए हनुमंत बिहार स्थित हेल्थी पॉ नाम से वेटरनरी डॉक्टर के क्लीनिक ले गया था

शमशाद अहमद ने आरोप लगाया कि डॉक्टर ने तोते को करीब 1 घंटे तक ब्लोअर के सामने रखा दिया इतना ही नहीं, डॉक्टर द्वारा दी गई दवाई खिलाई तो उसकी हालत बिगड़ गई और उनके तोते की मौत हो गई इसके बाद उन्होंने थाने में तहरीर दी वहीं, इस मामले में वेटरनी डॉ अश्वनी कुमार सिंह का कहना है कि 12 मार्च को तोते को दिखाने के लिए आया था दवा दी गई थी यहां से तोता सही गया था दो-तीन दिन तक कोई फॉलोअप के लिए नहीं आया बाद में तोते की मौत की बात सामने आई है तोते की मौत का ये मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस ने उनसे संपर्क किया और मामला हनुमंत विहार थाने में ट्रांसफर करने का आश्वासन दिया पुलिस के अनुसार जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी डॉक्टर से संपर्क किया जा रहा है मामला अब सोशल मीडिया पर तैर रहा है और लोग तरह तरह से इसकी व्याख्या कर रहे हैं कोई डॉक्टर पर एक्शन की तो कोई मुआवजे की बात कर रहा है…देखना ये है कि पुलिस मामले में क्या एक्शन लेती है