जूते से सड़क उखाड़ने वाले यूपी के ये एंग्री विधायक जी आखिर कौन हैं ?

ठेकेदार की मनमानी और सरकार के खोखले विकास को जूते से खोदते इन विधायक जी की चर्चा पूरे देश में हो रही है और सब सवाल दाग रहे हैं कि बीजेपी की सरकार में बीजेपी के विकास में कोई कमी निकाल सके ऐसा दम नहीं है लेकिन इन विधायक महोदय ने तो खुलेआम सत्ता को चुनौती दी है और उनके विकास के कुपोषण को सरेआम सबके सामने नंगा कर दिया विधायक महोदय जूते से विकास को ठोक रहे थे और डिजिटल आर्मी के लोग उनको प्रमोट कर रहे थे विधायक का वीडियो वायरल हुआ तो फिर प्रशासन में भी हड़कंप मच गया और आवाम भी हैरान थी और सब यही जानना चाहते थे कि आखिर ये विधायक कौन हैं तो आइए विधायक जी का ब्यौरा आपको हम विस्तार से देते हैं और बताते हैं कि आखिर विधायक जी ने ऐसा क्यों किया  !

दरअसल गाजीपुर की जखनिया विधानसभा से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक वेदी राम ने गाजीपुर के जंगीपुर से यूसुफपुर को जोड़ने वाली करीब साढ़े चार किलोमीटर की बन रही सड़क के घटिया निर्माण को लेकर सवाल उठाए हैं इतना ही नहीं नेता जी ने जूतों से ही सड़क की मजबूती नाप दी है, मतलब वायरल हो रहे वीडियो में सुभासपा एमएलए बेदी राम जूते से सड़क रगड़ कर ठेकेदार को डांटते नजर आ रहे हैं वायरल हो रहे वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि एमएलए बेदी राम के जूते से सड़क रगड़ने के बाद सड़क की गट्टियां बिखर जाती हैं  !

 इस सड़क के निर्माण में प्रयोग की गई गिट्टी जूते के रगड़ने से ही अलग होती हुई दिखाई दे रही है सड़क के निर्माण को लेकर बताया जा रहा है कि विधानसभा क्षेत्र जखनियां, गाजीपुर में लोक निर्माण विभाग द्वारा कराए जा रहे खराब सड़क बनने की सूचना ग्रामवासियों द्वारा दी गई है जिसके बाद औचक निरीक्षण करने विधायक पहुंचे लेकिन वहां पर कोई अधिकारी नहीं मिला वहीं जब ये वीडियो वायरल हुआ तो विपक्षी दलों ने भी सरकार पर सवाल खड़ा करना शुरु कर दिया  समाजवादी पार्टी महासचिव शिवपाल यादव ने ट्वीट कर लिखा- “माननीय विधायक गण सड़कों की हालात पर हैं शर्मसार! क्या लोकनिर्माण की यही हकीकत है ‘सरकार’ !” हालांकि यूपी में सड़क का ये कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी यूपी में सड़क निर्माण को लेकर कई वीडियो सामने आए हैं  इससे पहले यूपी के पीलीभीत से एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक युवक हाथ से ही सड़क को उखाड़ता हुआ दिखाई दे रहा था अब एक बार फिर से सड़क निर्माण में लापरवाही हुई है जिसकी पोल खुद नेता जी ने खोल दी है ऐसे में सवाल सरकार पर उठ रहे हैं कि आखिर ठेका देने के बाद मानकों के आधार पर काम किया जा रहा है या नहीं इसकी कोई प्रक्रिया है या फिर बस ठेका देकर जय श्रीराम कर लिया जाता है  सरकार जिस मंशा के साथ बजट देती है क्या वो पूरी हो रही है इसकी कोई जिम्मेदारी या निगरानी करने वाला है या नहीं सवाल तमाम है और जवाब सिर्फ मौन है  !